Ladli Behna Yojana New Update: सरकार द्वारा लाडली बहन योजना के अंतर्गत दिए जाने वाली आर्थिक सहायता को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है सरकार में इस योजना के लैब के बाद अब तक लगभग कुल मिलाकर 9 लाख महिलाओं को पत्र घोषित कर दिया है जिससे कि सरकार की बजट में इजाफा हुआ है जिसमें 945 करोड रुपए की बजट होगी.
लाभार्थियों के नाम हटाने के कारण क्या है?
जांच के दौरान यह पाया गया है की बड़ी संख्या में महिलाओं के द्वारा नामों से तकरीर योजना और लाडली बहन योजना के अंतर्गत मिलने वाले लाभ को एक साथ लिया जा रहा था इसीलिए इन महिलाओं को नमो सेट की योजना के अंतर्गत ₹1000 तथा लाडली बहन योजना के अंतर्गत मिलने वाला धनराशि ₹500 ही मिलेगा. इसके अलावा जिन महिलाओं के घर पर चार पहिया वाहन है या जो पहले से दिव्यांग होने का लाभ ले रहे हैं उनको इस योजना के तहत बाहर कर दिया गया है. जिससे अब 9 लाख लाडली महिलाओं को आप किसी भी प्रकार का कोई लाभ नहीं मिलेगा. जिससे सरकार को आर्थिक लाभ मिलेगा.
नियमों के जरूरी शर्ते
सरकार में इस योजना के अंतर्गत कड़े नियम लागू करने का फैसला कर लिया है जिससे कि अपात्र मिला भारतीयों की पहचान आसानी से किया जा सके इसके लिए कुछ नए नियम इस प्रकार से लगाए गए हैं.
1- केवाईसी और जीवन प्रमाण पत्र अनिवार्य – हर साल 1 जुलाई से लेकर लाभार्थियों को एक बार ही और जन्म प्रमाण पत्र की पहचान पत्र देना होगा जिससे कि इस योजना का लाभ उनको मिल सके. अगर नहीं जमा किया तो उनको इस योजना से बाहर कर दिया जाएगा.
2- आय सीमा – जिन महिलाओं की आर्थिक स्थिति अच्छी है अथवा परिवार की वार्षिक ढाई लाख रुपए से अधिक या उससे भी अधिक है तो इस योजना के अंतर्गत उन्हें अपात्र माना जाएगा.
3- अन्य सरकारी योजना का लाभ – जो महिलाएं किसी अन्य प्रकार से किसी अन्य सरकारी योजना का लाभ ले रही हैं उन्हें इस योजना के अंतर्गत हटा दिया जाएगा जिससे कि उनका कोई इसमें लाभ नहीं दिया जाएगा.
4- आधार कार्ड लिंक करना जरूरी – जिन महिलाओं का आधार कार्ड बैंक खाते से लिंक नहीं है उनको इस योजना से बाहर कर दिया जाएगा अगर लाभ लेना है तो अपने आधार कार्ड को अपने बैंक अकाउंट से लिंक करना अनिवार्य है.
जांच करते हुए खातों में मिली बड़ी गड़बड़ी
स्क्रुटनी के दौरान यह भी सामने आया है कि अब तक 16. किस्त जमा हुई है परंतु उनके आवेदन पत्र में नाम और बैंक खाते में अंतर देखने को मिल रहा था ऐसे मामलों में जांच करने की आवश्यकता पड़ी और जांच करने पर पाया गया है कि जिन महिलाओं के खाते अथवा और भी गड़बड़ी पाई जाती है तो इस योजना में इसका लाभ नहीं दिया जाएगा.
5 लाख महिलाओं को योजना से बाहर किया गया
5 लाख ऐसी महिलाएं पाई गई जो कि इस योजना का लाभ ले रही थी. लेकिन जैसे ही जांच पूरी हुई उन महिलाओं का नाम हटा दिया गया जो इस योजना का लाभ ले रही थी और आने वाले समय में ऐसे ही जांच होती ही रहेगी जिससे कि किसी भी प्रकार का कोई गड़बड़ी न आ सके और सही महिलाओं को लाभ दिया जा सके.
- 1- 2.3 लाख महिलाएं संजय गांधी निराधत्री योजना की लाभार्थी पाई गई थी.
- 2- 65 वर्ष से अधिक आयु की पाई गई.
- 3- 1.6 लाख महिलाएं चार पहिया वाहन की मालकिन थी या किसी अन्य सरकारी योजना का लाभ प्राप्त कर रही थी. जिसके अंतर्गत महिलाओं को इस योजना से बाहर किया गया.
आठवीं किस्त का समय
लाडली बहन योजना के अंतर्गत जिला भारतीयों को लाभ मिलने वाला है उन महिलाओं को फरवरी से लेकर मार्च महीने में मिलने वाली लाभ जल्द ही उनके खातों तक पहुंचाया जाएगा.
अन्यथा जिन महिलाओं को लाभ मिल चुका है अब आने वाले समय में मिलने वाली योजना के लाभ को आगे चलकर दिया जाएगा.
खबर मिली है कि वित्त विभाग से 3490 करोड रुपए का फंड भी मौजूद किया जा चुका है जिसके माध्यम से लाभार्थियों के खातों में 1500 रुपए भेजे जाएंगे.
सरकार ने लॉटरी बना योजना के सभी लाभार्थियों तक पहुंचाने के लिए सख्त कदम उठाए हैं 9 लाख महिलाओं को आपतित भी घोषित कर दिया है और सरकार के नए नियम के अनुसार योजना को पारदर्शी बनाने की कोशिश अब की जा रही है जिससे कि पत्र में लाभार्थियों को इसका लाभ जल मिल सके.
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